Friday, August 19, 2016

हद से ज्यादा भी प्यार मत करना

हद से ज्यादा भी प्यार मत करना
दिल हर एक पे निसार मत करना 

क्या खबर किस जगह पे रुक जाये
सास का एतबार मत करना

आईने की नज़र न लग जाये
इस तरह से श्रृंगार मत करना

तीर तेरी तरफ ही आएगा
तू हवा में शिकार मत करना

डूब जाने का जिसमे खतरा है
ऐसे दरिया को पार मत करना

देख तौबा का दर खुला है अभी
कल का तू इंतज़ार मत करना

मुझको खंज़र ने ये कहाँ है एजाज़ 
तू अँधेरे में वार मत करना
 - कमर एजाज़

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