Saturday, February 22, 2020

टुटा हुआ दिल मेरा फिर से जुड़ रहा था

टुटा हुआ दिल मेरा फिर से जुड़ रहा था 
और तोड़ने वाले की तरफ ही दुबारा झुक रहा था ।

बोल नहीं पाती थी जिसके आगे में कभी उची आवाज में
आज वो मेरी सारी बाते सर झुकाये  सुन रहा था
टुटा हुआ दिल मेरा फिर से जुड़ रहा था ।

दिल मेरा फिर से नए ख्वाब बुन रहा था
और फिर अपने लिए उसी बेवफा को चुन रहा था
यु तोह भरोसा नहीं था मुझे उस पर पहले की तरह
पर फिर भी ये दिमाग था जो सिर्फ दिल की सुन रहा था
टुटा हुआ दिल मेरा फिर से जुड़ रहा था । 

ज़मीन में बिखरा दिल मेरा अब आसमान पे उड़ रहा था
न जाना था जिस गली उसी गली में मुड रहा था
मुद्दतो बाद खुशिया आरही थी ज़िन्दगी में हमारी
पर न जाने कियु इस बात से ज़माना जल रहा था
टुटा हुआ दिल मेरा आज फिर से जुड़ रहा था ।

अपने पहले प्यार से मुझे दुबारा प्यार हो रहा था
और वो अपनी सारी गलतिया स्वीकार कर मेरे आगे रो रहा था
यु तो  वफाये आज भी उतनी ही थी 
मेरे दिल में उसके लिए
पर उसकी  बेवफाइयोंका  जनाज़ा भरे बाजार उठ रहा था 
शायद इसीलिए मेरा टुटा हुआ दिल आज फिर से जुड़ रहा था । 

GOONJ CHAND


No comments:

Post a Comment

माझे नवीन लेखन

खरा सुखी

 समाधान पैशावर अवलंबून नसतं, सुख पैशानं मोजता येत नसतं. पण, सुखासमाधानानं जगण्यासाठी पैशांची गरज पडत असतेच. फक्त ते पैसे किती असावेत ते आपल्...