मेरी छोटी छोटी ग़लतियो को Too Much करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
मेरी ज़िंदगी सिर्फ मेरी है,
मेरे ख़ुदा ने सिर्फ़ मुझे बख्शी है,
मेरी ज़िंदगी सिर्फ मेरी है,
मेरे ख़ुदा ने सिर्फ़ मुझे बख्शी है,
तू अपनी तो जी ले पहले, मेरी पे हक़ रखने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
मेरी छोटी छोटी ग़लतियो को Too Much करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
जिस्म मेरा है तो कपड़े भी मेरे होंगे,
गलतियां मेरी है तो फ़ैसले भी मेरे होंगे,
अपना काम छोड़ कर मेरे कपड़ों पे Comment करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
मेरी छोटी छोटी ग़लतियो को Too Much करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
अठारह की हो गई बेटा सम्भल कर रहना ,
पच्चीस की हो गई अभी तक शादी नही की,
मेरे घर वालो से ज्यादा मेरी फ़िक्र करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
मेरी छोटी छोटी ग़लतियो को Too Much करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
समझ नही आता किस सोच मैं जी रहे हो,
लड़को को घर का ताज और लड़कियों को पराया धन कह रहे हो,
लड़का और लड़की मैं फ़र्क़ करने वाले ,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
मेरी छोटी छोटी ग़लतियो को Too Much करने वाले,
तुम होते कौन हो मुझे Judge करने वाले,
( संग्रहित कविता )
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