Wednesday, September 14, 2016

ऊंचे ऊंचे दरबारों से क्या लेना

ऊंचे ऊंचे दरबारों से क्या लेना
बेचारे हैं बेचारों से क्या लेना

जो मांगेंगे तूफानों से मांगेंगे
काग़ज़ की इन पतवारों से क्या लेना

ख्वाबों वाली कोई चीज़ नहीं मिलती
सोच रहा हूँ बाज़ारों से क्या लेना

चारागरी(चिकित्सक) का दावा करते फिरते हैं
बस्ती के इन बीमारों से क्या लेना

साथ हमारे कई सुनहरी सदियाँ हैं
हमें सनीचर इतवारों से क्या लेना

राहत इंदौरी

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