Thursday, September 15, 2016

हमने जो की थी मोहब्बत


हमने जो की थी मोहब्बत, 

आज भी है

तेरी ज़ुल्फो के साये की चाहत आज भी है,


रात कटती है आज भी 

ख़यालो मे तेरे

दीवानो सी वो मेरी हालत

आज भी है,


किसी और के तसवुर 

को उठती नई

बेईमान आँखो मे थोड़ी सी शराफ़त आज भी है,


चाह के एक बार 

चाहे फिर छोड़ देना तू

तुझे दिल तोड़ जाने की इजाज़त, आज भी है.....


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