Friday, February 16, 2018

पंजाब नेशनल बैंक के बारे मे रोचक जानकारी

                 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले की मार झेल रहे पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शुरुआत लाहौर से हुई थी। तब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था।
            19 मई 1894 को लाहौर के अनारकली बाजार में मुख्य ऑफिस के साथ इसे रजिस्टर्ड किया गया था। 
                     23 मई को पहली बोर्ड मीटिंग के बाद इसे बैसाखी से एक दिन पहले 12 अप्रैल, 1895 को खोल दिया गया।
                मौजूदा वक्त में यह बैंक 764  शहरों में अपनी सर्विस से रहा है। इसके पास 10 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। वहीं, इसमें 70 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं।



स्वदेशी अभियान से जुड़े थे संस्थापक
संस्थापक सदस्यों और पहले निदेशक मंडल में दयाल सिंह मजीठिया (ट्रिब्यून के संस्थापक), लाला हरकिशन लाल (पंजाब के पहले उद्योगपति), काली प्रसन्न रॉय (वकील), ईसी जेस्सावाला (पारसी उद्योगपति), प्रभु दयाल (मुल्तान के रईस), जयशी राम बक्शी (वकील), लाला डोलन दास (बैंकर) और लाला लाजपत राय शामिल थे। इनमें ज्यादातर स्वदेशी अभियान से जुड़े थे। 


संस्थापकों ने कम रखे थे शेयर

               यह पहला ऐसा बैंक है जिसने पूरी तरह से भारतीय पूंजी के साथ काम शुरू किया था। सर्वधर्म समभाव से प्रेरित होकर एक सिख, एक पारसी, एक बंगाली और कुछ हिंदुओं ने मिलकर इसकी नींव रखी थी। 
            बैंक की संस्कृति की झलक पहली मीटिंग में दिखी थी। 14 मूल शेयर धारकों और 7 निदेशकों ने बहुत ही कम शेयर लिए ताकि बैंक का कंट्रोल दूसरे शेयर धारकों के पास रहे। 
हांगकांग और काबुल में भी हैं शाखाएं
            पंजाब नेशनल बैंक का राष्ट्रीयकरण 13 अन्य बैंकों के साथ जुलाई, 1969 में हुआ। छोटी सी शुरुआत से आगे बढ़ते हुए यह आज देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है। 
              पंजाब नेशनल बैंक का ब्रिटेन में बैंकिंग सहायक उपक्रम है। हांगकांग और काबुल में शाखाएं और अल्माटी, शंघाई, और दुबई में भी रिप्रेजेंटटिव्स ऑफिस है। 

ऑफिस खोया फिर भी काम जारी रखा
★ 1900 में पहली बार ब्रांच लाहौर के बाहर कराची-पेशावर में खोली थी।
★ 1940 में देहरादून के ‘भगवान दास बैंक’ का विलय कर लिया। 
★ 1947 में लाहौर ऑफिस खोना पड़ा फिर भी काम जारी रखा। 31 मार्च 1947 को लाहौर हाईकोर्ट से ऑफिस कोे दिल्ली में रजिस्टर्ड करवाने के लिए अनुमति मिल गई थी।
★ 1952 में भारत बैंक का अधिग्रहण किया था। तब इसकी 39 शाखाएं थीं। 
★ 1969 में 13 अन्य बैंकों के साथ इसका राष्ट्रीयकरण हुआ।

गांधी जी समेत इनके एकाउंट थे इस बैंक में 
◆ महात्मा गांधी
◆ लाल बहादुर शास्त्री
◆ इंदिरा गांधी
◆ जवाहरलाल नेहरु
◆ जलियांवाला बाग कमेटी

प्रमुख सम्मान/अवॉर्ड्स 
● दुनिया के टॉप 1000 पब्लिक सेक्टर 
● बैंकों में 191वीं रैंक ( द बैंकर-2017)
● फोर्ब्स ग्लोबल में 717वीं रैंक (2013)
● फॉर्चून 500 इंडिया में 26वीं रैंक (2011)
● गोल्डन पीकॉक अवॉर्ड (2011)
● नेशनल ट्रेनिंग अवॉर्ड (2011)

पीएनबी में आज
◆ 70 हजार से ज्यादा कर्मचारी। 
◆ 764 शहरों में सेवाएं दे रहा है पीएनबी। 
◆ 6941 शाखाएं। 
◆ 10 करोड़ से भी ज्यादा ग्राहक हैं। 
◆ 4.5 लाख करोड़ रु. कर्ज बांट रखा है। 
◆ 10, 700 एटीएम हैं। 

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